Cloud क्या है- भले ही आज क्लाउड सर्विसेस Cloud Computing और Cloud Storage से हम थोड़े बहुत परिचित है लेकिन फिर भी अभी तक बात पल्ले नहीं पड़ी है तो ऐसे में Cloud सुनकर अभी भी सबसे पहले शायद आसमान के बादल ही याद आते हैं जो गलत भी नहीं है।
लेकिन इस New Word का टेक्निकल वर्ल्ड Cloud यह क्या है और हमारे लिए किस तरीके से यूज़फुल है यह कुछ लोगों को अच्छे से समझ आ चुका है तो कुछ के लिए अभी भी नई पहेली ही है।
तो क्यों ना आज सबसे पहले यह जान लेते हैं कि आसमान के बादल के अलावा यह वाला Cloud कौन सा है और फिर इसके बाद हम यह जानेंगे कि क्लाउड computing और क्लाउड स्टोरेज क्या है क्योंकि अक्सर इन दोनों Condition में भी बहुत कन्फ्यूजन रहता है तो बेहतर तो यही होगा कि हम इन दोनों के बारे में जाने इनकी समानता को भी जाने और इसके बीच के अंतर को भी पता कर दें ताकि इनका इस्तेमाल कर पाना हमारे लिए आसान भी हो जाए और हम अपडेट भी रह सके।
Cloud kya hai – क्लाउड क्या है
Cloud का मतलब ऐसे सॉफ्टवेयर और सर्विसेस से होता है जो इंटरनेट पर रन करती हैं और ज्यादातर Cloud सर्विस को Firefox या Google Chrome जैसे वेब ब्राउजर पर एक्सेस किया जा सकता है और कुछ कंपनी डिटेक्टेड मोबाइल एप्लीकेशन भी ऑफर करती हैं Google Drive , Netflix , Yahoo , Mail , Dropbox यह सब क्लाउड सर्विसेस ही है और इसका फायदा यह होता है कि आप इंटरनेट पर कनेक्शन के जरिए किसी भी डिवाइस पर कभी भी अपनी जानकारी क Access ले सकते हैं।
हालांकि Resource होने के बावजूद आपकी इंफॉर्मेशन गलत हाथों में पड़ने का रिस्क भी रहता है लेकिन अगर आप स्मार्टली इस सर्विस का इस्तेमाल करें तो इसके सारे फायदे ले सकते हैं और फिर आपको यह हमेशा याद रखना ही होगा कि टेक्नोलॉजी हमारे हेल्प के लिए है लेकिन उस पर पूरी तरीके से निर्भर होना हमें मुश्किल में डाल सकता है इसलिए इसका इस्तेमाल सावधानी से करे। तो शायद Cloud पर आने वाले हैं डाउट क्लियर हो गए होंगे।
क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है – What is Cloud Computing in hindi
क्लाउड कंप्यूटिंग इंटरनेट यानि Cloud पर दी जाने वाली है कंप्यूटर सर्विसेस की डिलेवरी है। जिसमें Server , Databases , Networking Software , Analytics , Intelligence शामिल है क्लाउड कंप्यूटिंग इंटरनेट पर IT Resources ऑन डिमांड डिलीवरी है जिसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से ले सकते हैं।
इसमें फिजिकल डाटा सेंटर और server को खरीदने और मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती बल्कि Computing Power Storage और Databases जैसे टेक्नोलॉजी Services पर Access किया जा सकता है जिसे Cloud Provider से लिया जा सकता है जैसे Amazon Web Services यानि की AWS यह डिजिटल और बिजनेस वर्ल्ड में अपनी कमांड बनाती जा रही है और इसे पसंद भी किया जा रहा है क्योंकि यह बहुत ही ज्यादा ऑफर देती है।
यह Collaboration , Transparency , Efficiency और Innovation ऑफर करती है। Google Docs Apps , Photo Viewer App , Outlook Online , Social Media App, Website Content , Management System और Remote Desktop Access क्लाउड Computing ही तो है।
हर तरह की ऑर्गेनाइजेशन Data Backup , Disaster Discovery , Email , Virtual Desktops , Software Development and Testing , Big Data Analytics और Customer Facing Web Applications पर क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल करती है। जैसे हेल्थ कंपनी भी क्लाउड का इस्तेमाल पेसेंस के लिए ज्यादा पर्सनल लाइज ट्रीटमेंट डेवलोपमेन्ट करने में कर रही है और फाइनांसियल Real – Time Fraud Detection और प्रवेशन कर रही है।
इस तरह वीडियो गेम मेकर भी क्लाउड का इस्तेमाल करके मिलियन प्लेयर तक ऑनलाइन गेम डिलेवर कर रहे हैं क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदों की बात करें तो यह काफी महंगा है क्योंकि यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर खरीदने के खर्च से बचाता है ऑन साइड डाटा सेट अप करने और रन करने के खर्चो और इंफ्राटेशन को मैनेज करने के लिए IT एक्सपर्ट के लिए Cost जैसे कितने ही सारे एक्सपेंसिव से भी बचाता है इसकी स्पीड बहुत अच्छी है और यह On Demand Self Service के रूप में ज्यादातर क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विसेस प्रोवाइड कराता है इसीलिए कंप्यूटिंग रिसोर्स का बहुत बड़ा अमाउंट भी मिनटों में कुछ माउस क्लिक के साथ ही पूरा हो जाता है।
इसलिए क्लाउड कंप्यूटिंग की रिलायबिलिटी भी मजबूत होती है क्योंकि यह Data Backup Disaster Recovery और Business कंडेडीसी को Easy And Less Expensive बनाता है यह बिज़नेस की प्रोटेक्टिव को भी बढ़ाता है और ज्यादातर क्लाउड प्रोवाइडर पॉलिसीस ऑफर करते हैं जो सिक्योरिटी को देख भाल करता है।
क्लाउड स्टोरेज क्या है – What Is Cloud Storage In Hindi
जब हम क्लाउड स्टोरेज के बारे में सोचते हैं तो हमें लगता है कि यह कुछ फाइल स्टोरिंग जैसा है और क्लाउड स्टोरेज ऐसा ही सिस्टम है जो इंटरनेट पर डाटा को स्टोर करता है चाहे Google Drive को Dropbox हो Icloud हो क्लाउड स्टोरेज का मतलब हुआ डाटा को सर्वर पर स्टोर करना-
ताकि उसे इंटरनेट पर एक्सेसिबल बनाया जा सके इसमें आप अपना सारा डाटा ऑनलाइन किसी सरवर पर सेव रख सकते हैं और एक बार जब आपका डाटा क्लाउड स्टोर हो जाए तो उसके बाद आप जब चाहे तब कहीं से भी कहीं भी इंटरनेट पर इसका इस्तेमाल मल्टीपल डिवाइस पर कर सकते हैं।
Google Drive , Drop Box , Icloud , One Drive Personal Storage , Photo Upload to Social Media , Data Server , Website Hosting , Virtual Desktop Hosting , Application Hosting भी क्लाउड स्टोरेज ही है।
बिजनेसेस इसका इस्तेमाल डॉक्यूमेंट स्टोरेज करने के लिए करते हैं और उसे दूसरों के साथ शेयर भी करते हैं पर्सनल इस्तेमाल के लिए आप इस पर मीडिया फाइल और ईमेल को इकट्ठा कर सकते हैं और खास बात यह है कि इस पर डाटा स्टोरेज के लिए अनलिमिटेड स्पेस देता है इसकी cast भी कम भी होती है और यह स्टोरेज मीडियम स्टोरेज से ज्यादा सिक्योर भी है।
तभी तो फिजिकल स्टोरेज सिस्टम को बहुत तेजी से रिप्लेस कर रहा है इसका सबसे बड़ा बेनिफिट यह माना जा सकता है कि यह कंपनी के डाटा को सेक्योर बनाए रखता है और ऑनलाइन डाटा गायब होने या अचानक आग जैसे कंडीशन में भी डाटा को उपस्थित रखता है।
क्योंकि डाटा वर्चुअल सर्वरपर इकट्ठा रहता है ना कि एम्पॉलई की डिवाइस पर और यह क्लाउड स्टोरेज Access , Collaboration , Security , Backup and Disaster Recovery और Agility को इम्प्रूव करता है।
क्लाउड स्टोरेज और क्लाउड कंप्यूटिंग में अंतर –
क्लाउड कंप्यूटिंग और क्लाउड स्टोरेज दोनों ही अदर कंपनी के कंट्रोल कंप्यूटर सिस्टम पर होते हैं इन दोनों के एक्सेस के लिए महीने का निश्चित शुल्क होता है इनके एक्सेस के लिए इंटरनेट कनेक्शन होना भी जरूरी होता है यह आउटसाइड डैमेज से सुरक्षित रखते हैं जैसे नेचुरल डिजास्टर और हार्डवेयर फैलियर से क्लाउड कंप्यूटिंग और क्लाउड स्टोरेज दोनों में ही आपको मेंटेंनेस टास्क जैसे सर्वर हार्डवेयर सॉफ्टवेयर को अपडेट करना सॉफ्टवेयर पैचेज अप्लाई करना और बग्स फिक्स करने की फ़िक्र नहीं करनी पड़ती है।
क्लाउड सिस्टम के इन दोनों सर्विस में आपको स्थिरता मिलती है यानी आपको बिजनेस ग्रोथ के अकॉर्डिंग ज्यादा सीट ज्यादा प्रोसेसिंग पावर ज्यादा स्टोरेज की जरूरत हो तो आप अपना प्लान बढ़ाकर आप इसको अपग्रेड कर सकते हैं।
और अब बात करें डिफरेंस की तो क्लाउड कंप्यूटिंग को क्लाउड स्टोरेज के तुलना में हायर प्रोसेसिंग पावर की जरुरत होती है जबकि क्लाउड स्टोरेज को ज्यादा स्पेस की जरूरत होती है क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनेस को टारगेट करती है जबकि क्लाउड स्टोरेज को प्रोफेशनल और पर्सनल रीजन के लिए यूज किया जाता है।
और अब अगर इनकी डिफरेंस के बाद अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आप के लिए कौन सा ऑप्शन अच्छा रहेगा यानी क्लाउड कंप्यूटिंग या क्लाउड स्टोरेज तो यह डिसीजन आपके लिए स्पेशल बिजनेस सिलेक्शन पर काफी हद तक डिपेंड करेगा अगर आपको डाटा का लार्ज अमाउंट स्टोरेज करने के लिए स्पेस की जरूरत है अगर आप एक बड़े वर्क फ्रॉम होम या रिमोट वर्कशॉप के साथ काम कर रहे हैं और किसी भी समय डाटा को एक्सेस करना चाहते हैं तो आपको क्लाउड स्टोरेज का यूज करना चाहिए।
निष्कर्ष
आशा करता हु की आप को यह पोस्ट अच्छा लगा होता अगर आप को इस पोस्ट से जुडी कोई भी परेशानी हो तो आप हमे निचे कमेंट करके बता सकते है जिससे हम आप के परेशानी को जल्द से जल्द दूर कर सके।
मुझको online पैसे कमाने मे intrest है claud computing करने के लिए कोई app download करना पड़ता है क्या
Nhi bhai